छात्रों के लिए खुशखबरी: तेलंगाना में 1.07 लाख इंजीनियरिंग सीटों की घोषणा

छात्रों के लिए खुशखबरी: तेलंगाना में 1.07 लाख इंजीनियरिंग सीटों की घोषणा

इंजीनियरिंग

तेलंगाना राज्य उच्च शिक्षा परिषद ने रविवार को घोषणा की कि तेलंगाना में 171 इंजीनियरिंग कॉलेजों में 1,07,218 सीटें हैं। कुल सीटों में से 76,795 (70 प्रतिशत) कन्वेनर कोटे के तहत भरी जाएंगी।

उच्च शिक्षा परिषद ने रविवार को विवरण की घोषणा की, जब TGEAPCET-2025 (तेलंगाना , कृषि और चिकित्सा सामान्य प्रवेश परीक्षा) के पात्र और योग्य उम्मीदवारों को वेब विकल्प चुनने की अनुमति दी गई। उम्मीदवार 10 जुलाई तक अपने विकल्प चुन सकते हैं। प्रमाणपत्र सत्यापन की अंतिम तिथि 8 जुलाई है। अब तक 76,494 उम्मीदवार प्रमाणपत्र सत्यापन के लिए उपस्थित हुए हैं।

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कुल 95,654 उम्मीदवारों ने प्रोसेसिंग शुल्क का भुगतान किया है और स्लॉट बुक किए हैं। तकनीकी शिक्षा आयुक्त और TGEAPCET-2025 के संयोजक श्रीदेवसेना के अनुसार, उम्मीदवारों को पहले चरण में ही बेहतर कॉलेज और कोर्स में आवंटन पाने के लिए यथासंभव अधिक से अधिक विकल्प चुनने होंगे।

उच्च शिक्षा परिषद के अनुसार, 10 विश्वविद्यालयों के 21 घटक कॉलेजों में 5,808 सीटें हैं। निजी विश्वविद्यालयों के अंतर्गत आने वाले दो कॉलेजों में कुल 1,800 सीटें हैं, और उनमें से 1,260 सीटें संयोजक कोटे के तहत भरी जाएंगी।

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148 निजी गैर-सहायता प्राप्त  कॉलेजों में कुल 99,610 सीटें उपलब्ध हैं। इनमें से 69,727 सीटें संयोजक कोटे के तहत भरी जाएंगी। उच्च शिक्षा परिषद ने सभी 47  कॉलेजों में उपलब्ध सीटों का ब्योरा भी दिया है।

कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग में 26,150 सीटें उपलब्ध हैं – कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग (कृत्रिम बुद्धिमत्ता और मशीन लर्निंग) में 12,495 और इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार इंजीनियरिंग में 10,125। कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग (डेटा साइंस) में 6,996 सीटें, इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स  में 4,301, सूचना प्रौद्योगिकी में 3,681, सिविल इंजीनियरिंग में 3,129 और मैकेनिकल  में 2,994 सीटें हैं।

संयोजक ने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डेटा साइंस में 1,235 सीटें और कंप्यूटर साइंस और (साइबरसिक्यूरिटी) में 1,439 सीटें उपलब्ध हैं।

कृषि इंजीनियरिंग में केवल 30 सीटें उपलब्ध हैं, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ऑटोमोबाइल , कंप्यूटर साइंस और  (नेटवर्क), इलेक्ट्रॉनिक्स, संचार और इंस्ट्रूमेंटेशन , इलेक्ट्रॉनिक और टेलीमैटिक्स, मैकेनिकल (मेक्ट्रोनिक्स) इंजीनियरिंग, धातु विज्ञान और सामग्री में 42-42 सीटें उपलब्ध हैं।

आज के समय में इंजीनियरिंग युवाओं के बीच सबसे लोकप्रिय करियर विकल्पों में से एक बन चुकी है। तकनीकी क्षेत्र में विकास और बढ़ते अवसरों के कारण हर साल लाखों छात्र विभिन्न ब्रांचों में दाख़िला लेने के लिए प्रतियोगी परीक्षाएं देते हैं। हालांकि, कई बार छात्रों को यह अंदाजा नहीं होता कि उनके चुने हुए कोर्स में कितनी सीटें उपलब्ध हैं और उस पर प्रतिस्पर्धा कितनी अधिक है।

यदि आप कृषि इंजीनियरिंग (Agricultural Engineering) में प्रवेश लेने की सोच रहे हैं, तो आपको जानकर हैरानी हो सकती है कि इस ब्रांच में सिर्फ 30 सीटें ही उपलब्ध हैं। इसका मतलब है कि यह ब्रांच बेहद सीमित छात्रों को ही अवसर देती है और इसमें प्रवेश पाना काफ़ी चुनौतीपूर्ण हो सकता है। कृषि इंजीनियरिंग एक ऐसा क्षेत्र है जो तकनीक को कृषि से जोड़ता है और भारत जैसे कृषि-प्रधान देश में इसकी उपयोगिता लगातार बढ़ रही है।

वहीं दूसरी ओर, कुछ अन्य लोकप्रिय ब्रांचों में थोड़ी अधिक सीटें उपलब्ध हैं, लेकिन प्रतियोगिता वहाँ भी कम नहीं है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग, कंप्यूटर साइंस और नेटवर्क, इलेक्ट्रॉनिक्स, संचार और इंस्ट्रूमेंटेशन, इलेक्ट्रॉनिक और टेलीमैटिक्स, मैकेनिकल (मेक्ट्रोनिक्स), और धातु विज्ञान और सामग्री विज्ञान (Metallurgy and Materials Engineering) जैसी ब्रांचों में प्रत्येक में 42 सीटें उपलब्ध हैं।

इन ब्रांचों में प्रवेश के लिए छात्रों को न केवल अच्छा स्कोर लाना होता है, बल्कि यह भी सुनिश्चित करना होता है कि वे सही प्राथमिकता और विकल्पों का चयन करें। AI और कंप्यूटर साइंस जैसे विषयों की मांग आज के डिजिटल युग में बेहद ज़्यादा है, और इनमें करियर की संभावनाएँ भी बहुआयामी हैं — जैसे कि डेटा साइंटिस्ट, मशीन लर्निंग इंजीनियर, सॉफ्टवेयर डेवलपर आदि।

ऑटोमोबाइल और मेक्ट्रोनिक्स इंजीनियरिंग भी इंडस्ट्री 4.0 के दौर में तेज़ी से उभर रहे हैं, जहां ऑटोमेशन और इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की बढ़ती मांग इन क्षेत्रों में रोजगार की नई संभावनाएं खोल रही है। वहीं, इलेक्ट्रॉनिक्स और इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियरिंग, विशेष रूप से इंडस्ट्रियल सेक्टर में उपयोगी है, जहां मापन, नियंत्रण और ऑटोमेशन से जुड़ी प्रणालियों की आवश्यकता होती है।

धातु विज्ञान और सामग्री विज्ञान (Metallurgy & Materials Science) भी एक ऐसा क्षेत्र है जो एयरोस्पेस, निर्माण, रक्षा और मैन्युफैक्चरिंग में अहम भूमिका निभाता है। इसमें रिसर्च और डेवलपमेंट के कई अवसर उपलब्ध होते हैं।

संक्षेप में कहा जाए तो, सीटों की संख्या सीमित होने के कारण छात्रों को अपने स्कोर, रुचि और करियर की दिशा को ध्यान में रखते हुए विकल्प चुनने चाहिए। एक ब्रांच में कम सीटें होना यह संकेत करता है कि उसमें प्रवेश पाना कठिन हो सकता है, लेकिन अगर आपकी रूचि मजबूत है और आपने सही तैयारी की है, तो आप उसमें सफलता पा सकते हैं।

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